वाणिज्य विभाग में पीएचडी में हुई धांधली पर जल्द से हो उचित कार्यवाही : अविनाश
फर्जी डिग्रियां बेचने बाले माता बाला सुंदरी महाविद्यालय पर विजिलेंस की जांच शीघ्र बिठाई जाए: अभाविप
वाणिज्य विभाग में पीएचडी में हुई धांधली पर जल्द से हो उचित कार्यवाही : अविनाश
कार्यकारी परिषद को अभाविप ने सौंपा ज्ञापन
आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कार्यकारी परिषद की बैठक हुई बैठक से पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय इकाई द्वारा विभिन्न मांगो को लेकर ज्ञापन सौंपा गया।
जिसमे प्रमुख सेबालासुंदरी महाविद्यालय नाहन में हुए विधि विभाग की फ़र्ज़ी डिग्री आबंटन मामले को रखा गया विधार्थी परिषद ने कहा की 2013 से इस संस्थान द्वारा विधि संकाय की डिग्रियां बांटी जा रही है जब की इस शिक्षण संस्थान का परिसर ही देखने को नही मिलता इस संस्थान में हि. प्र. विश्वविद्यालय के आचार्य भी विवा तक लेने जाते थे ऐसी घटनाओं से साफ तौर पर हम देख सकते हैं की किस प्रकार से प्रदेश में निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा शिक्षा का व्यापारी करण किया जा रहा है। विद्यार्थी परिषद ने कार्यकारी परिषद से मांग रखते हुए कहा की सभी दोषियों पर कानूनी कार्यवाही की जाए।
इसी के साथ परिषद ने पूर्व की सरकारों के प्रति रोष प्रकट करते हुए कहा की छात्रों के एक मात्र लोकतांत्रिक अधिकार छात्र संघ चुनावो को लगभग पिछले 10 वर्षों से बंद किया गया है और सरकारों ने भी इस विषय पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने का काम किया है ।छात्र संघ चुनाव छात्रों की आवाज उठाने का एक मात्र माध्यम था। आज प्रदेश में छात्र के समक्ष अनेक प्रकार की समस्याएं आ रही हैं परंतु वर्तमान समय में छात्रों का प्रतिनिधित्व करने के लिए कोई प्रतिनिधि न होने के कारण प्रशासन अपनी मनमानी करते दिख रहा है इसलिए विधार्थी परिषद ने कहा की छात्र संघ चुनाव जल्द बहाल किये जाएं।
परिषद के कार्यकर्ताओं ने कहा की विश्वविद्यालय की 5 बसें थी जिसमे की 2 बसों को बंद कर दिया गया है जिस से छात्र आने जाने की सुविधा से वंचित रह रहे हैं। परिषद मांग करती है की जल्द से जल्द नई बसों की खरीद कर के सुविधा को सुचारू रूप से चलाया जाए।
अपनी मांग में लम्बे समय से लंबित पड़ी गैर शिक्षक वर्ग की भर्ती प्रक्रिया को जल्द शुरू किया जाए । गैर शिक्षक भर्ती के लिए छात्रों से भी फीस ली गई लेकिन प्रशासन द्वारा अभी तक ऐसी भर्ती नही करवाई गई।
नये छात्रावासों का निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाए। परिषद ने कहा की जब से विश्वविद्यालय बना है छात्रावास भी उसी समय के बने हुए हैं जिस कारण से कुछ छात्रावास सुधार करने की स्थिति में हैं उनकी मूरमत जल्द करवाई जाए तथा नए छात्रावासों का निर्माण भी करवाया जाए जिससे प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों से आने वाले विद्यार्थियों एवम निन्मवर्ग के विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त करने के साथ साथ आवास की उचित सुविधा मुह्या हो सके। इसिके साथ परिषद ने मांग रखते हुए कहा है की छात्रों के हॉस्टल में हर फ्लोर में कैमरा की व्यवस्था की जाए। वर्तमान समय में हॉस्टलों में अवैध प्रवेश निरंतर हो रही है जिस से हॉस्टल में लड़ाई का माहौल बना रहता है इसलिए परिषद मांग करती है की जल्द से जल्द इस मांग को पूरा किया जाए।
विश्वविद्यालय की पेपर चेकिंग प्रक्रिया में सुधार किया जाए । परिषद का कहना है की विश्वविद्यालय अक्सर पेपर चेकिंग के मामले में प्रश्नों के घेरे में रहता है और पुनर्मूल्यांकन के नाम पर भी विश्वविद्यालय छात्रों से लाखों रुपय ऐंठने का काम करती आ रही है परन्तु इसके उपरांत भी प्रशासन परिणाम समय पर घोषित करने में असफल रहा है। इस मांग को रखते हुए परिषद ने कहा की पुनर्मूल्यांकन का परिणाम घोषित करने के लिए समय सीमा निश्चित करनी चाहिए ।
अपनी मांगो को रखते हुए परिषद ने विश्वविद्यालय के ईआरपी प्रणाली को सुदृढ़ करने की बात कही ।
इसी के साथ परिषद ने मांग रखी विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले यूजी कोर्सो के छात्रों जैसे UIT,uils,ucbs में पढ़ने वाले सभी छात्रों को पुस्तकालय की सुविधा को मुह्या करवाया जाए।
विश्वविद्यालय इकाई ने इस प्रकार से अपनी मांगों को कार्यकारी परिषद के समक्ष रखा और कार्यकारी परिषद ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को आश्वासन दियाला की सभी मांगों को पूर्ण करने की कोशिश करेंगे।