सामाजिक संस्था जया गोयल सोशल वेलफेयर सोसाइटी ने किया वार्षिक उत्सव उद्यम का आयोजन
सामाजिक संस्था जया गोयल सोशल वेलफेयर सोसाइटी ने किया वार्षिक उत्सव उद्यम का आयोजन, समाज को अपने कार्यों से कराया अवगत
विकास : समाज सेवा के क्षेत्र में संस्थाओं की भूमिका सराहनीय है तथा आज लोगों के सहयोग और उनके सुख-दुख में तथा सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध संस्थाओं की भूमिका सराहनीय है। यह शब्द जया गोयल सोशल वेलफेयर सोसाइटी की प्रेसिडेंट जया गोयल वार्षिक उत्सव और सम्मान समारोह में अपने संबोधन में व्यक्त किये।उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का जज्बा समाजिक संस्थाओं का कोविड के समय में देखने को मिला, जब सगे संबंधी रिश्तेदार दोस्त सभी छोड़ कर भाग रहे थे। उस समय लोगों के लिए संस्थाएं जनहित में सेवा के कार्य में लगी हुई थी। उन्होंने कहा कि ऐसे-ऐसे कार्य कोविड के दौरान संस्थाओं द्वारा किए गए हैं जोकि सराहनीय है। हमारी संस्था के द्वारा हमेशा जनहित के कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जाता है अपने सालाना वार्षिक उत्सव के अंदर नए उभरते गायको को के साथ अपना मंच सांझा किया जिसमें दूर-दूर से आए हुए गायको ने मंच पर अपनी प्रस्तुति दी व अपनी प्रस्तुति के द्वारा लोगों का मन मोह लिया इस कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौर पर कर्नल (रिटायर्ड)सी.एम शर्मा, कर्नल विक्रम सिंह तथा राइजिंग दिवा वेलफेयर फाउंडेशन” अध्यक्ष प्रियंका राठौर, वाईस प्रेसिडेंट सोनिया शर्मा, महासचिव अमिता शर्मा ने शिरकत की। इस दौरान उनका स्वागत कार्यक्रम के आयोजक, समाज सेवी सोसायटी की प्रेसिडेंट जया गोयल, तथा सोसायटी के सदस्य उमेश कुमार गोयल, विक्रम गोयल ने पुष्पगुच्छ देकर किया, जिसके उपरांत दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।समाजसेवी व सोसायटी की प्रेसिडेंट जया गोयल ने अपने प्रारम्भिक भाषण में सोसायटी द्वारा किए गए समाज कल्याण कार्यों का विवरण दिया और जया गोयल ने कार्यक्रम में आए सभी गणमान्य और श्रोतागणों का आभार जताया, उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए वे ओम सन्स और जेपी हेल्थकेयर का आभार प्रकट करती हैं। जया ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य अव्यवसायिक गायकों को मंच प्रदान करना था, ताकि वे अपने अंदर के छुपे हुनर को जगजाहिर कर सके। कार्यक्रम के अंत में आयोजक जया गोयल व गणमान्यों द्वारा कलाकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में संगीत का प्रबंधन राजबीर द्वारा किया गया था जबकि मंच का संचालन कंचन भल्ला ने किया।