शिमला

शिमला में पहले वर्ष के छात्रों के लिए इंडक्शन कार्यक्रम का हुआ आयोजन

राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय, (कोटशेरा) चौड़ा मैदान ,शिमला में पहले वर्ष के छात्रों के लिए इंडक्शन कार्यक्रम का हुआ आयोजन

शिमला, राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय, (कोटशेरा), चौड़ा मैदान, शिमला में आज पहले वर्ष के छात्रों के लिए एक भव्य इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

डॉ.मृणालिनी कश्यप और डॉ. जितेंद्र वर्मा ने इस इंडक्शन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, प्राचार्य राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय, (कोटशेरा), चौड़ा मैदान, शिमला डॉ. गोपाल चौहान, महाविद्यालय के शैक्षणिक ,गैर- शैक्षिक कर्मचारी और विद्यार्थियों का स्वागत किया| साथ ही उन्होंने उपस्थित सभी शैक्षणिक तथा गैर- शैक्षिक कर्मचारी का परिचय भी करवाया|

प्राचार्य डॉ. गोपाल चौहान ने सभी संकायों के पहले वर्ष के छात्रों को संबोधित किया और कॉलेज जीवन की नई शुरुआत के लिए उन्हें प्रेरित किया। महाविद्यालय के इतिहास की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि 1984 में शुरू हुआ महाविद्यालय आज एक उत्कृष्ट महाविद्यालय बन चुका है , जिसकी पहचान हिमाचल प्रदेश में एक अग्रणी शैक्षणिक संस्थान के रूप में बन चुकी है |

डॉ. गोपाल चौहान ने अपने संबोधन में स्कूल और कॉलेज के माहौल में अंतर को स्पष्ट किया और छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ एनसीसी(NCC), एनएसएस (NSS), रेंजर्स और रोवर्स, रेड रिबन क्लब ,इको क्लब ,खेल और अन्य सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।

उन्होंने छात्रों से नशीले पदार्थों से दूर रहने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का अनुरोध किया। डॉ. चौहान ने कहा, “नशीले पदार्थ केवल आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को ही नुकसान नहीं पहुंचाते, बल्कि आपके पूरे जीवन को भी प्रभावित करते हैं। कॉलेज -जीवन एक नई शुरुआत है, और यह आपका कर्तव्य है कि आप इसे सही दिशा में ले जाएं। खुद को और अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए नशीले पदार्थों से पूरी तरह बचें।”

साथ ही इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ने कहा कि कॉलेज की शिक्षा का मुख्य लक्ष्य नैतिक और समाजसेवी नागरिक बनाना है|

डॉ. चौहान जो स्वयं भी अपने छात्र जीवन में उत्कृष्ट खिलाड़ी रह चुके हैं, उन्होंने छात्रों को ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों से प्रेरणा लेने का आवाहन किया। उन्होंने कहा, “ओलंपिक एथलीटों की मेहनत, दृढ़ता और अनुशासन हमें यह सिखाते हैं कि कठिनाइयों के बावजूद भी अपने सपनों को साकार किया जा सकता है। जीवन में अनुशासन और अपनी पूरी कोशिश करना सबसे महत्वपूर्ण है। जिन लोगों ने ओलंपिक में जीत हासिल नहीं की, वे अगली बार जीत सकते हैं। उनके प्रयास और समर्पण हमें यह सिखाते हैं कि हर चुनौती का सामना करते हुए अपनी क्षमता को सबसे अच्छा तरीके से प्रस्तुत करना चाहिए।”

उन्होंने बताया कि कॉलेज की विभिन्न शैक्षणिक खेलकूद कला तथा सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को नेतृत्व, टीमवर्क और सामुदायिक सेवा के अनमोल अनुभव प्राप्त होते हैं जो उनके समग्र विकास में सहायक होते हैं। अपने संबोधन में उन्होंने प्रथम वर्ष के छात्रों को विश्वास दिलाया कि महाविद्यालय का हर शैक्षणिक और गैर -शैक्षणिक कर्मचारी विद्यार्थियों के साथ हमेशा हर कदम पर साथ है|

यह इंट्रडक्शन कार्यक्रम नए छात्रों को कॉलेज जीवन की शुरुआत में सही दिशा देने और उन्हें शैक्षणिक और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण साबित हुआ।

हुए वरिष्ठ शिक्षक डॉ. पी.डी. कौशल, डॉ. राकेश शर्मा,डॉ. रूबी कपूर तथा डॉ. शालिनी सहित कई शिक्षक भी उपस्थित थे।

महाविद्यालय सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग 700 छात्र छात्राओं ने भाग लिया |

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