गोबिंद सागर झील के लिए लठियाणी घाट पर घायल मोर को बंदरों के चुंगल से छुड़वा कर उपचार करवाया
गोबिंद सागर झील के लिए लठियाणी घाट पर घायल मोर को बंदरों के चुंगल से छुड़वा कर उपचार करवाया
राकेश राणा बंगाणा ऊना –-जिला ऊना उपमंडल बंगाणा क्षेत्र के तहत पड़ती गोबिंद सागर झील के लठियाणी घाट के किनारे राष्ट्रीय पक्षी मोर को जंगली बंदरों के चुंगल से सुरक्षित बचाया गया। जानकारी के अनुसार शहीद भगत सिंह मैमोरियल क्लब लठियाणी के सदस्य सतीश कुमार को राष्ट्रीय पक्षी मोर घायल अवस्था में मिला ,दरअसल कुछ बंदर पक्षी को नोच रहे थे , सतीश कुमार ने तुरंत राष्ट्रीय पक्षी को बंदरों से छुड़वाया तथा क्लब के सदस्यों को सूचित किया। क्लब के मौजूदा सदस्य तत्काल उक्त स्थान पर पहुंचे तथा पक्षी को सावधानी पूर्वक पशु चिकित्सालय लठियाणी में ले आए जहां पक्षी का प्राथमिक उपचार किया गया ,जिस से पक्षी थोड़ा तंदुरुस्त भी नजर आ रहा है , क्लब के सदस्यों ने इसकी जानकारी वन विभाग को भी दे दी है ।
इस से हमें एक ही सीख मिलती है कि जितनी धरती इंसानों की है उस से कई ज्यादा धरती हमारे पशु पक्षियों तथा पेड़ों की है ,अत: हमें हमारे पशु पक्षी पेड़ पौधे बचाने ही होंगे । यह कार्य हम सिर्फ जंगलों में आग न लगा कर भी कर सकते हैं । क्लब सदस्यों द्वारा सतीश का तथा सभी मौजूदा सदस्यों का इस नेक कार्य के लिए धन्यवाद करता है ।
बहीं पर रेंज अधिकारी अंकुश आनंद का कहना है कि सुचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है और राष्ट्रीय पक्षी मोर का सुरक्षित उपचार करवाया जा रहा है।बहीं पर स्वास्थ्य होने के बाद ही उसे जंगल में अन्य पक्षियों के साथ छोड़ दिया जाएगा।