कांगड़ा

बसों के बस अड्डा तक न जाने से बस अड्डा व जवाली शहर हुआ बीरान।

बसों के बस अड्डा तक न जाने से बस अड्डा व जवाली शहर हुआ बीरान। ज्वाली बस स्टैंड नहीं पहुंचती बसें

जवाली : विधानसभा क्षेत्र जवाली के अधीन हिमाचल प्रदेश बस अड्डा प्रबन्धन एवं विकास प्राधिकरण बस अड्डा जवाली बसों के न आने से बिरान बना हुआ है। लाखों की लागत से निर्मित बस अड्डा जवाली शोपीस बनकर रह गया है। अधिकतर बसें कैहरियां चौक में सवारियों को उतारकर वहीं से ही वापिस अपने गंतव्यों को चली जाती हैं जिस कारण सिविल अस्पताल जवाली व जवाली बाजार आने वाले ग्राहकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोग सिर पर बैग उठाकर पैदल एक किलोमीटर का सफर तय करके बाजार आते हैं तथा बुजुर्ग तो बड़ी मुश्किल से अस्पताल पहुंचते हैं। अड्डा इंचार्ज द्वारा कैहरियां चौक में बैठकर ही पर्ची काटी जाती है जिससे बसें चौक से ही वापिस चली जाती हैं। बस अड्डा जवाली में सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है, पीने के पानी की टंकियां खुली पड़ी हैं, परिसर में गंदगी ही गंदगी फैली हुई है। बस अड्डा जवाली के पीछे लोग कूड़ा फैंक देते हैं तथा यह कूड़ादान बना हुआ है। चारदीवारी भी नहीं है। महिला व पुरुष के टॉयलेट्स पर ताला लटका हुआ है। लोगों ने कहा कि अगर नगर पंचायत जवाली में सफाई कर्मी सफाई करते हैं तथा कूड़ा को डंपिंग साइट पर ले जाते हैं तो बस अड्डा जवाली के पीछे कूड़ा कौन फैंक रहा है। इन कूड़ा फैंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। अकसर ही लोग सरकार व प्रशासन को कोसते दिखाई देते हैं।

पूर्व पार्षद रवि कुमार के बोल……
नगर पंचायत जवाली के पूर्व पार्षद रवि कुमार ने कहा कि मंत्री चंद्र कुमार खुद ही जवाली बाजार को उजाड़ने पर उतारू हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री चाहें तो बसें बस अड्डा जवाली तक आ सकती हैं। उन्होंने कहा कि अगर बसों का बस अड्डा जवाली तक आना अनिवार्य न किया गया तो हमें मजबूरन संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ेगा।

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