वरिष्ठ स्कूल कोटी बोंच के 107 विद्यार्थियों ने इंटरनल यूनिवर्सिटी बड्डू साहब का किया शैक्षणिक भरमण
वरिष्ठ स्कूल कोटी बोंच के 107 विद्यार्थियों ने इंटरनल यूनिवर्सिटी बड्डू साहब का किया शैक्षणिक भरमण
टीका राम शर्मा रोन हाट ( सिरमौर) पीम एम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोटी बोच में राष्ट्रीय अविष्कार अभियान के तहत विद्यालय के 107 विद्यार्थियों द्वारा विद्यालय के प्रधानाचार्य कृष्ण पाराशर के नेतृत्व में इटरनल यूनिवर्सिटी बड्डू साहब का शैक्षणिक भरमण किया गया। यह जानकारी विद्यालय के नोडल अधिकारी जगदीश शर्मा द्वारा दी गई। इस दल में राष्ट्रीय अविष्कार अभियान के प्रभारी वीरेंदर शर्मा , रीना वशिष्ठ व एस आर सिंगटा भी शामिल रहे। विद्यालय के इतिहास में पहली बार किसी इतने बड़े दल ने शैक्षणिक भरमण किया जिससे छात्राओं के लिए अलग बस और छात्रों के लिए अलग बस की सुविधा रखी गयी थी। इस दल में 57 छात्रों और 50 छात्राओं ने भरमण का लाभ उठाया। प्रधानाचार्य कृष्ण पाराशर ने जानकारी देते हुए बताया की इस योजना का उद्देश्य विद्यार्थियों में गणित और विज्ञानं में क्षेत्र में रूचि पैदा करना और विद्यार्थी को भविष्य के लिए योजनाए बनाने के लिए तैयार करना हैं। बड्डू साहब के इस विख्यात विश्व विद्यालय में विभिन्न विषय विशेषज्ञ की मदद से विद्यार्थियों ने वैदिक गणित, जुलोजी, केमेस्ट्री बायोलोजी और कॅरियर कॉउंसलिंग विषयो पर संज्ञानात्मक ज्ञान प्राप्त किया।
उन्होंने बताया की पहली बार बच्चों को ऐसे अभूतपूर्व भरमण पर ले जाया गया जिसमे विद्यार्थियों ने मनोरंजन कला,शैक्षणिक कौशल, गणित और विज्ञानं में दक्षता हासिल की। वीरेंद्र शर्मा दल के टीम प्रभारी ने बताया की बच्चों में गणित के प्रति रुचि पैदा करने और उनके गणितीय ज्ञान को व्यावहारिक रूप से मजबूत बनाने के उद्देश्य से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोटी बोच के प्रारम्भिक और उच्च दोनों वर्गो के विद्यार्थियों ने अपनी रूचि दिखाई और ज्ञान अर्जन किया। विद्यार्थियों के लिए यह भरमण ऐतिहासिक और शिक्षाप्रद रहा ।
इस भरमण का उद्देश्य बच्चों के गणित विषय के डर को दूर करना, उनकी रुचि बढ़ाना और बेसिक गणितीय ज्ञान को क्रियात्मक रूप से मजबूत करना है। कृष्ण पाराशर ने बताया की भविष्य में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के तहत विभिन्न विषयो पर भी शैक्षणिक भर्मण करवाएं जायेंगे और विभिन्न विषयो के विशेषज्ञों की मदद से विद्यार्थियों में शिक्षण अधिगम के साथ साथ आत्मनिर्भर बनने के लिए उनके कौशल को विकसित किया जाएगा । ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थियों को योजनाओं का लाभ मिल सके और व भविष्य उनमुखी बन सके।