पिछले 10 सालों में जिला कांगड़ा पुलिस ने 15.639 किलो चिट्टा किया बरामद
पिछले 10 सालों में जिला कांगड़ा पुलिस ने 15.639 किलो चिट्टा किया बरामद, वर्ष 2015 से फरवरी 2025 तक 3247 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, पुलिस की सक्रियता से चिट्टा माफिया के उड़ रहे होश
हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में कांगड़ा पुलिस ने पिछले 10 सालों में चिट्टे के 2418 मामले दर्ज किए है इस बारे में जानकारी देते हुए एसएसपी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि इसमें सबसे ज्यादा साल 2023 में चिट्टे के मामले दर्ज किए गए है और इस साल 2025 में फरवरी माह के अंत तक 76 मामले दर्ज किए गए है उन्होंने बताया कि पिछले दस सालों में पुलिस ने कुल 15.639 किलो चिट्टे को पकड़ने में सफलता हासिल की है उन्होंने बताया कि इस चिट्टे मामले में अभी तक 3247 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 में सबसे अधिक यानी 468 लोगो को गिरफ्तार किया गया है और अगर इस साल 2025 की बात की जाए तो फरवरी माह के अंत तक 134 लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि पिछले 10 सालों में जिला कांगड़ा में 282.022 किलो चरस को भी पुलिस द्वारा पकड़ कर नष्ट किया जा चुका है उन्होंने कहा कि जिस तरह से जिला कांगड़ा में चिट्टे के मामले बढ़ रहे है उसको देखते हुए ऐसा लगता है कि अब इस विषय पर चर्चा करना जरूरी है और इसी कड़ी में जिला कांगड़ा पुलिस द्वारा जिला के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में जाकर पुलिस के अधिकारी युवाओं को इस चिट्टे की लत से दूर रहने के लिए जागरूक भी कर रहे हैं इसी के साथ सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्य्म से भी लोगों और युवाओं को जागरूक किया जाता है।
शालिनी अग्निहोत्री ने जिला कांगड़ा के युवाओं से अपील करते हुए कहा कि कोई भी युवा इस चिट्टे को एक्सपीरियंस के तौर पर शुरू ना करे उन्होंने कहा कि युवा यह न सोचें कि वह उदास हो रहे है और उस उदासी को दूर करने के लिए इसे ट्राय किया जाए क्योंकि चिट्टे की लत काफी खतरनाक है और कोई युवा अगर इसका एक बार इस्तेमाल करता है तो उसे इसकी लत लग जाती है जिससे उसे बाद में छोड़ने के लिए मेडिकल साइंस का सहारा लेना पड़ता है उन्होंने कहा कि सभी युवा अपनी हेल्दी लाइफ चुने उन्होंने जिला के अभी अभिभावकों से भी अपील की कि वह भी अपने बच्चे की गतिविधियों पर नज़र रखे और अपने बच्चों की बात सुने और समझने का प्रयास करे उन्होंने कहा कि चिट्टा एक ऐसी ड्रग्स है जिसका एक्सपेरिमेंट करना ही अपने आप मे गलत निर्णय है और अगर कोई युवा इस चिट्टे का इस्तेमाल करता है तो वह समय रहते मेडिकल सहायता लेकर इसको छोड़ने का प्रयास करें।
:–किस साल कितने मामले हुए दर्ज
शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि वर्ष 2015 में कुल 93 मामले दर्ज हुए है और 107 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 305 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया है वर्ष 2016 में 266 मामले और 338 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 196 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया है वर्ष 2017 में 245 मामले दर्ज किए गए है और 311 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 666.73 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया है वर्ष 2018 में 270 मामले दर्ज किए गए है और 311 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 646.51 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया है वर्ष 2019 में 259 मामले दर्ज किए गए है और 322 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 848.85 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया है वर्ष 2020 में 301 मामले दर्ज किए गए है और 422 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 01.75 किलों चिट्टा बरामद किया गया है वर्ष 2021 में 194 मामले दर्ज हुए है और 265 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 1.21 किलो चिट्टा बरामद किया गया वर्ष 2022 में 170 मामले दर्ज किए गए गया 226 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 1.32 चिट्टा बरामद किया गया है वर्ष 2023 में 316 मामले दर्ज किए गए है और 468 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 5.26 किलो चिट्टा बरामद किया गया है वर्ष 2024 में 228 मामले दर्ज किए गए है और 368 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 2.65 किलो चिट्टा बरामद किया गया है वही अगर इस साल 2025 की बात की जाए तो अभी तक फरवरी माह के अंत तक 76 मामले दर्ज किए गए है और 134 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 843.9 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया है।