सतलुज ने लौटाया 10 दिन बाद बेटा बिलासपुर में झील से युवक का शव बरामद
बिलासपुर।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले से एक हृदयविदारक खबर सामने आई है, जहां एक परिवार की अंतिम उम्मीद उस समय टूट गई जब सतलुज नदी में बहे उनके जवान बेटे का शव मिला। परिजन बीते 10 दिनों से किसी चमत्कार की आस लगाए बैठे थे कि उनका बेटा किसी तरह सकुशल लौट आए, लेकिन गुरुवार को गोबिंद सागर झील के चलेला क्षेत्र में उसका शव बरामद हुआ।
नहाने के दौरान बह गए थे दो युवक
यह हादसा 19 मई को बरमाणा थाना क्षेत्र के हरनोड़ा के पास हुआ था, जब दो युवक सतलुज नदी में नहाते समय तेज बहाव की चपेट में आकर बह गए थे। मृतक युवक की पहचान 18 वर्षीय सुशील केसी पुत्र ओम प्रकाश केसी, निवासी ग्राम व डाकघर बाफीकुट नौझूला, जिला रुकुम (नेपाल) के रूप में हुई है। वह अपने मित्र मिलन बुद्धा (20 वर्ष), निवासी त्यूणी रायगी, जिला देहरादून (उत्तराखंड) के साथ नहाने गया था।
गहन तलाशी अभियान भी रहा विफल
घटना के बाद पुलिस, होमगार्ड, स्थानीय व बीबीएमबी के पेशेवर गोताखोरों की मदद से दोनों युवकों की तलाश शुरू की गई थी। लगातार प्रयासों के बावजूद जब 21 मई तक कोई सफलता नहीं मिली, तो गोताखोरों को वापस भेज दिया गया। इसके बाद झील किनारे पुलिस द्वारा सतत निगरानी जारी रखी गई।
स्थानीय व्यक्ति की नजर पड़ी शव पर
गुरुवार को चलेला क्षेत्र में नदी के किनारे एक शव दिखाई देने पर स्थानीय व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी। नयनादेवी पुलिस चौकी की टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से शव को बाहर निकाला गया। शव की पहचान सुशील केसी के रूप में हुई।
पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा शव
बरमाणा थाना पुलिस की टीम ने शव को कब्जे में लेकर क्षेत्रीय अस्पताल भेजा, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। डीएसपी बिलासपुर मदन धीमान ने घटना की पुष्टि की है।
दूसरे युवक की तलाश जारी
जहां एक ओर सुशील के परिजन अपने बेटे की मौत से गमगीन हैं, वहीं दूसरे युवक मिलन बुद्धा की तलाश अभी भी जारी है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि तलाशी अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक मिलन का कोई सुराग नहीं मिल जाता।