वीरभूमि हिमाचल ने खोया एक और सपूत देश सेवा में शहीद हुए मनीष ठाकुर
हिमाचल प्रदेश को वीरों की भूमि यूं ही नहीं कहा जाता। यहां के कई बेटे देश की रक्षा करते हुए शहादत का जाम पी चुके हैं। ताजा मामला प्रदेश के सिरमौर जिले से सामने आया है, जहां नाहन उपमंडल के बड़ाबन गांव के 27 वर्षीय मनीष ठाकुर देश सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए।
लांस नायक मनीष ठाकुर सिक्किम में थ्री-डोगरा यूनिट में तैनात थे। बीती शाम सिक्किम के छत्ते गांव में ड्यूटी के दौरान वह एवलांच की चपेट में आ गए। अनुमान लगाया जा रहा है कि खराब मौसम, बर्फबारी और भूस्खलन जैसी कठिन परिस्थितियों में उन्होंने अपने प्राण गंवा दिए।
जैसे ही मनीष की शहादत की खबर गांव पहुंची, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। खासकर मनीष की नवविवाहिता पत्नी तनु और मां का रो-रो कर बुरा हाल है। तीन महीने पहले ही मनीष ने विवाह किया था। जिस घर में अभी शहनाइयों की गूंज थी, अब वहां मातम पसरा है।
2016 में हुए थे सेना में भर्ती
मनीष ठाकुर का जन्म 15 जनवरी 1998 को हुआ था। वह वर्ष 2016 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। मात्र आठ साल के सैन्य जीवन के बाद मनीष ने अपने कर्तव्य पथ पर प्राण न्यौछावर कर दिए। अपने पीछे वह पत्नी, माता-पिता और अपने गांव की ढेरों यादें छोड़ गए हैं।
तिरंगे में लिपटकर लौटेगा लाल
मनीष की पार्थिव देह फिलहाल सिक्किम से चंडीगढ़ लाई जा रही है। यदि मौसम अनुकूल रहा तो आज शाम तक पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंच जाएगा, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
गांव के लोग, रिश्तेदार और जान-पहचान वाले उनके घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधा रहे हैं। पूरा गांव आज मनीष की वीरता और बलिदान को सलाम कर रहा है।