कृषि मंत्री ने थानाखास में गोकुल ग्राम और गौ अभ्यारण्य का किया निरीक्षण
कृषि मंत्री ने थानाखास में गोकुल ग्राम और गौ अभ्यारण्य का किया निरीक्षण
राकेश राणा बंगाणा ऊना –-. कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने आज (गुरुवार) कुटलैहड़ विधानसभा के तहत थानाखास में निर्माणाधीन गोकुल ग्राम और गौ अभ्यारण्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने गौ अभ्यारण्य में पशुओं के रखरखाव की विस्तृत समीक्षा की। इस मौके कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा उनके साथ रहे।
कृषि मंत्री ने प्रदेश सरकार की गौ अभ्यारण्यों के सुदृढ़ीकरण की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने गौ अभ्यारण्य में पशुओं की उचित देखभाल और संरक्षण की बेहतर व्यवस्था पर बल दिया, ताकि उनकी स्वास्थ्य और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। उन्होंने अधिकारियों को गौ माता के चारे तथा उपयुक्त देखभाल और मृत गोवंश के शव की तत्काल समुचित निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बता दें, कृषि मंत्री जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने ऊना पधारे थे। कार्यक्रम के उपरांत उन्होंने विधायक विवेक शर्मा के साथ कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया तथा क्षेत्र में कृषि एवं पशुपालन गतिविधियों को बढ़ावा देकर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने पर बल दिया।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में हिम गंगा योजना के माध्यम से दूध आधारित कारोबार की व्यवस्था को विकसित करने का काम कर रही है। इसके जरिए दूध खरीद, प्रोसेसिंग, मार्केटिंग की व्यवस्था में गुणवत्ता सुधार किया जा रहा है। दूध खरीद पर न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रदान करने वाला हिमाचल देश का एकमात्र राज्य है। सरकार ने गाय के दूध पर न्यूनतम समर्थन मूल्य को 32 रुपये से बढ़ाकर 45 रुपये प्रति लीटर और भैंस के दूध को 47 रुपये से बढ़ाकर 55 रुपये प्रति लीटर किया है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार लोगों को प्राकृतिक खेती को स्वरोजगार का माध्यम बनाने को लेकर प्रोत्साहन दे रही है। सरकार ने तय किया है कि प्राकृतिक तरीके से उगाए गए गेहूं को 40 और मक्की को 30 रुपये प्रति किलोग्राम के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। यह न्यूनतम समर्थन मूल्य देश के सभी राज्यों में सबसे अधिक है।
इस दौरान विधायक विवेक शर्मा ने प्रदेश में खेती बाड़ी और पशुपालन के ढांचे में व्यापक बदलाव तथा आधुनिकीकरण के लिए मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि वे कुटलैहड़ क्षेत्र में कृषि एवं संबद्ध गतिविधियों को प्रोत्साहन देकर ऐसी व्यवस्था बनाने के लिए प्रयासरत हैं जिससे किसानों की आर्थिकी मजबूत बने और युवाओं को स्वरोजगार के साधन बनें। उन्होंने कहा कि इसके अलावा क्षेत्र में गोकुल ग्राम और गौ अभ्यारण्य के माध्यम ये गोवंश की समुचित देखभाल की व्यवस्था सुदृढ़ की जा रही है।
इस अवसर पर उपायुक्त ऊना जतिन लाल, उपनिदेशक पशुपालन विभाग डॉ. विनय शर्मा, उपमंडल अधिकारी बंगाणा सोनू गोयल, थाना प्रभारी अनिल कुमार,नायब तहसीलदार अभिराय सिंह ठाकुर और वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश जंगा भी उपस्थित रहे।