घुघन स्कूल को बंद न करने हेतु पंचायत प्रतिनिधी मिले जिलाधीश महोदय से सौंपा ज्ञापन
घुघन स्कूल को बंद न करने हेतु पंचायत प्रतिनिधी मिले जिलाधीश महोदय से सौंपा ज्ञापन
राकेश राणा बंगाणा ऊना — प्रदेश सरकार द्वारा प्राइमरी स्कूल घुगन कलां को बंद करने के निर्देशों पर ग्रामीणों ने विरोध जताया है। बुधवार को ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल जिला परिषद उपाध्यक्ष कृष्णपाल शर्मा के नेतृत्व में उपायुक्त ऊना से मिला और मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को ज्ञापन प्रेषित किया। जिसमें प्राइमरी स्कूल घुगन कलां को बंद न करने की गुहार लगाई गई। जिला परिषद के उपाध्यक्ष कृष्णपाल शर्मा, बीडीसी सदस्य राजकुमार, ग्रामीण औंकार सिंह, गुरमीत सिंह, राकेश, संतोष सिंह, सतपाल, संजू, राकेश कुमारी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हाल ही में घुगल कलां प्राइमरी स्कूल को बंद करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि अगर इस स्कूल को बंद किया गया तो नौनिहालों को पढ़ाई के लिए पांच से छह किलोमीटर सफर तय कर अन्य स्कूलों में जाना पड़ेगा। जिससे बच्चों व अभिभावकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का अधिकतर रास्ता जंगल से होकर गुजरता है। ऐसे में बच्चों के साथ कोई अनहोनी भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्कूल में प्री प्राइमरी कक्षा में सात व अन्य कक्षाओं में पांच बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल को वर्ष 1973 में खोला गया था। स्कूल खोलने के लिए ग्रामीणों ने 20 कनाल जमीन सरकार को दान दी थी। अब मौजूदा समय में 12 बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे है, लेकिन सरकार ने इस स्कूल को बंद करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि स्कूल बंद होने से सभी बच्चों को पांच से छह किलोमीटर दूर शिक्षा प्राप्त करने जाना पड़ेगा। ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि शीघ्र ही इस स्कूल के बंद करने की नोटिफिकेशन को रद्द कर बहाल किया जाएं।