बस के टायर पंचर हुए तो मरम्मत के लिए खाली निकली चालक-परिचालक की जेब
बस के टायर पंचर हुए तो मरम्मत के लिए खाली निकली चालक-परिचालक की जेब
मेकेनिक ने मांगे थे 1300 रुपये, काफी देर तक दोनों पक्षों के बीच होती रही बहस
सवारियों ने कही पैसे देने की बात, ड्राइवर-कंटक्टर ने प्रबंधन से बात कर कैश से किया भुगतान
ढाई घंटे परेशान होते रहे यात्री, टांडा से भंजराडू के लिए 35 सवारियां लेकर निकली थी बस
Bhushan Gurung : टांडा से भंजराडू के लिए 35 सवारियां लेकर जा रही परिवहन निगम की बस के शुक्रवार रात को भरमौर-पठानकोट हाईवे पर गोली नामक स्थान टायर पंचर हो गए और ट्यूब भी फट गई। हैरत की बात है कि चालक और परिचालक के पास टायर और ट्यूब को ठीक करवाने के लिए पैसे तक नहीं थे।
टायर-ट्यूब को बदलवाने के लिए काफी देर तक चालक-परिचालक और मेकेनिक के बीच बहस होती रही। इस कारण ढाई घंटे तक सवारियों को रात के समय परेशान होना पड़ा। ज्यादा समय लगता देख सवारियों ने चालक-परिचालक को मरम्मत के पैसे अपनी जेब से देने की बात कही, लेकिन चालक-परिचालक ने पैसे लेने से मना कर दिया। इसके बाद निगम प्रबंधन से बातचीत कर जमा हुए कैश से भुगतान किया। देरी होने के कारण मध्यरात्रि को बस भंजराड़ू बस स्टैंड पर पहुंची। इसके बाद दूरदराज के गांवों की सवारियों को बस स्टैंड में ही रात गुजारनी पड़ी।
सवारियों में प्रकाश चंद, अशोक कुमार, दलीप कुमार, नारायण सिंह, अशोक कुमार ने बताया कि शुक्रवार दोपहर 2:00 बजे टांडा से भंजराड़ू के लिए एचआरटीसी बस में चुराह की सवारियां घर के लिए रवाना हुई थीं। देर शाम 7:15 बजे गोली के समीप पहुंचने पर बस के पिछले टायर पंचर हो गए। टायर की ट्यूब भी फट गई। इसकी मरम्मत के लिए मेकेनिक ने 1300 रुपये मांगे। चालक-परिचालक ने मरम्मत कार्य करने की एवज में इतने पैसे नहीं देने की बात कही। इस पर दोनों पक्षों के बीच बहस शुरू हो गई। दोनों पक्षों की बहसबाजी के बीच सवारियां भी उनके खिलाफ भड़क उठीं। इसके बाद चालक-परिचालक ने अधिकारियों से बात कर कार्य की एवज में पैसे चुकता कर कार्य करवाया। आखिरकार रात 9:50 बजे बस गोली से भंजराड़ू के लिए रवाना हुई। सवारियों का कहना है कि बस खराब होने के चलते सवारियों को परेशानियां उठानी पड़ी।
उधर, आरएम चंबा शुगल सिंह ने बताया कि मामला ध्यान में लाया गया है। इस बाबत चालक-परिचालक से जवाब तलब किया जाएगा।