अबैध लकड़ी से लदी चार गाड़ियां की जप्त लोगो के जगाने के बाद जागा बिभाग।
अबैध लकड़ी से लदी चार गाड़ियां की जप्त, लोगो के जगाने के बाद जागा बिभाग।
हिमाचल व पंजाब सीमाओं पर बनी बनी चौंकियों से उठने लगे सबाल
इन चौंकियों आखिर कैसे गुजर जाती है अबैध लकडी़ की गाडियां
कांगडा : बन मण्डल नूरपुर के तहत पड़ते बन परिक्षेत्र रें व ज्बाली मे अबैध कटान के मामले थमने का नाम नही ले रहे है । लम्बे समय से आए दिन अबैध कटान व प्रतिबंध लकड़ी को रातों-रात बिना विभाग की अनुमति के पंजाब के होशियारपुर मे ले जाकर बेचा जा रहा है ।इसी कडी मे बीति देर रात आम जनता की मांग व दबाव के बाद बन विभाग की टीम ने स्थाना जागीर शाहनहर बैराज पर रात को नाका लगाया था । नाके के दौरान आज सुबह करीब 4:30 बजे लकड़ी से लदी हुई दो गाड़ियां पकड़ी गई एक के पास उचित दस्तावेज पाए गए जिसे बाद में छोड़ दिया गया जबकि दूसरी के पास किसी भी प्रकार का कोई दस्तावेज नहीं पाया गया जो कि आम की लकड़ी से भरी थी उसे जबत कर लिया गया , लकड़ी के अवैध कारोबारी को जब आगे नाका लगने की सूचना मिली तो उसी रास्ते से आने वाली तीन अन्य गाड़ियां उनके द्वारा जागीर के पास खड़कना में छुपा दी गई लेकिन विभाग की मशक्कत के बाद उनको भी दबोच लिया इन तीनों गाड़ियों के पास किसी भी प्रकार का कोई दस्तावेज नहीं पाया गया इसलिए इन गाड़ियों को विभाग ने जबत कर वन परिक्षेत्र अधिकारी रे के परिसर में रखा है
विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली के चलते इस क्षेत्र में अवैध लकड़ी काटने वाले खुब चांदी कुट रहे है रात के समय दनदनाती हुई 20 से 25 के करीब गाड़ियां हिमाचल सीमा से पंजाब को गुजरती है और न जाने क्या कारण है कि विभाग की नजर इन गाड़ियों पर पड़ती तक नहीं जबकि लोग स्वयं इसकी सूचना जब विभाग को देते हैं तब कभी कभार विभाग उन पर कार्यवाही कर इनको जप्त करता है और बाद में छोड़ दी जाती हैं।
डिप्टी रेंजर रें रविंदर सिंह ने इस संदर्भ में बात करने पर बताया कि यह कार्यवाही किसी भी सूरत में रुकेगी नहीं और आगे भी इस तरह की कार्यवाही जारी रहेगी।
बही बन मण्डल अधिकारी अमित शर्मा से फोन पर बात की गयी तो उन्होंने बताया की तबदीश जारी है कि यह कटान किस भूमि , सरकारी भूमि,बन विभाग या नीजि भूमि पर हुआ है निशानदेही के बाद ही अगामी कार्यबाही अमल मे लाई जाएगी । प्रतिबंधित लकड़ी को सीज कर लिया जाएगा व बन विभाग के नियमो अनुसार ही गाडीयों को छोडा जाएगा । भविष्य मे विभाग की गश्त को बढाया जा रहा है बन चौंकियों से भी जबाबा तलब किया जाएगा