कांगड़ा

कांगड़ा जिले का विकास राज्य सरकार की प्राथमिकताः मुख्यमंत्री धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के लिए 19.55 करोड़ रुपये लागत की पांच परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन किए लोगों ने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया

कांगड़ा जिले का विकास राज्य सरकार की प्राथमिकताः मुख्यमंत्री
धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के लिए 19.55 करोड़ रुपये लागत की पांच परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन किए
लोगों ने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू आज कांगड़ा जिले के 10 दिवसीय शीतकालीन प्रवास पर धर्मशाला पहंुचे। खराब मौसम के कारण उनका दौरा एक दिन देरी से शुरू हुआ और आज वे शिमला से हेलीकॉप्टर द्वारा दोपहर बाद धर्मशाला पहुंचे। 25 जनवरी तक अपने प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री कांगड़ा जिले के लिए लगभग 675 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाएं समर्पित करेंगे।
मुख्यमंत्री ने अपने शीतकालीन प्रवास के पहले दिन धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के लिए 19.55 करोड़ रुपये की लागत की पांच परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किए। उन्होंने 4.74 करोड़ रुपये की लागत से कंड उपरली में निर्मित 750 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयत्र का उद्घाटन किया। उन्होंने 4.83 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नए महिला पुलिस थाना भवन, 3.16 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित जिला परिषद भवन तथा 3.42 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित क्षेत्रीय पर्वतारोहन केंन्द्र के नवनिर्मित छात्रावास का उद्घाटन किया। उन्होंने 3.40 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली धौलाधार फूड स्ट्रीट मार्केट की आधारशिला भी रखी।
धर्मशाला में मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा जिले का विकास सरकार की प्राथमिकता है तथा विकास की गति को तेज करने के लिए इस क्षेत्र के ऐसे दौरे जरूरी हैं। विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करके सरकार लोगों की समस्याओं को समझने का प्रयास कर रही है तथा उनके समाधान की दिशा में निरन्तर कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस दौरे के दौरान ढगवार में लगभग 250 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक दूध प्रसंस्करण इकाई की आधारशिला रखी जाएगी, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है तथा इस दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार गाय का दूध 45 रुपये प्रति लीटर तथा भैंस का दूध 55 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीद रही है। इसके अतिरिक्त प्राकृतिक खेती से उगाई गई मक्की 30 रुपये प्रति किलोग्राम तथा गेहूं 40 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीदी जा रही है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष राज्य सरकार ने प्राकृतिक खेती पद्धति से उत्पादित 4000 मीट्रिक टन मक्की खरीदी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा के तहत दैनिक मजदूरी में ऐतिहासिक रूप से 60 रुपये की वृद्धि की गई है, जिससे यह 240 रुपये से बढ़कर 300 रुपये हो गई है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और मजबूत करने के लिए भविष्य में और कदम उठाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री के धर्मशाला पहुंचने पर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं तथा स्थानीय निवासियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने जन समस्याएं भी सुनीं तथा अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर उनका समाधान करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा, एचपीटीडीसी के अध्यक्ष आर.एस. बाली, राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया, उप-मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, विधायक आशीष बुटेल, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार) गोकुल बुटेल, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के अध्यक्ष संजय चौहान, कांगड़ा सहकारी प्राथमिक कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के अध्यक्ष राम चंद्र पठानिया, कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, कांग्रेस नेता देवेंद्र जग्गी, धर्मशाला नगर निगम की महापौर नीना शर्मा, उपायुक्त हेमराज बैरवा, पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री और अन्य गणमान्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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